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यीशु मसीह में नया जीवन - बाइबल की कहानी



सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं। 2 कुरिन्थियों 5:17

यीशु ने, पाप के कारण आई मृत्यु पर विजय प्राप्त की, बदले में हमें एक नया जीवन प्रदान किया और अपने महान अनुग्रह के द्वारा हमारे लिए अनन्त जीवन का वरदान दिलाया। और जो खाई हमारे और परमेश्वर के बीच पाप की वजह से बन गयी थी उसे मसीह ने मृत्यु के द्वारा भर दी।

क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है,और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर का दान है। इफिसियों 2:8

हम लुका रचित सुसमाचार में एक जक्कई नामक चुंगी लेने वाले के विषय में पढते हैं । चुंगी लेने वाला कौन होता है? वह जो रोमियों के लिए यहूदियों से चुंगी इकट्ठा करता है। उसमे से कई निर्धन लोगों से अनुचित चुंगी लेकर - सामान्य से कई गुना अधिक उन्हें दुखी करते थे। और इस प्रकार अन्याय से धन कमाकर सुख - बिलास का जीवन जीते थे। जक्कई जो था इन चुंगी लेने वालों का प्रमुख्य प्रधान था। सासांरिक वस्तुओं , चीजों वह सुखी जीवन जीने के लालच मे , वह बुराई का मार्ग अपना लिया था और अनुचित रिती से धन कमाता था, लोगों पर वह झुठी आरोप लगाया करता था और अपने जीवन मे उसने जो भी उपलब्धियां हासिल कि थी वह उस पर घमंड करता था। एक दिन कि बात है उसने सुना , कि यीशु उसके नगर में से होकर जाने वाला है। यीशु को देखने कि इच्छा से भर कर , वह भीड़ से भी आगे दौड़कर एक गुलर के पेड़ पर चड़ गया। कयोंकि वह नाटा था। जब भी यीशु उधर से निकले , वह उसे देखना चाहता था । 


जब यीशु उस पेड़ के पास पहुंचा , तो वह रुक गया और उसने उपर देखकर कहा, " हे जक्कई , झट से उतर आ , क्योंकि आज मुझे तेरे घर में रहना है ।" जक्कई एक दम दोष भावना से भरकर यीशु से बोला , " प्रभु, मैं अपनी आधी सम्पत्ति कंगालों को देता हूँ, और यदि मैंने किसी से कुछ भी अन्याय करके ले लिया है, तो उसे चारगुना देता हूँ।" यीशु ने उससे कहा, " आज इस घर में उद्धार आया है।" इस आयतों के अनुसार , कि " परमेश्वर ही है, जिसनें कहा कि अधंकार में से ज्योति चमके , और वही हमारे हृदयों में चमका " इसलिये कि परमेश्वर ही है, जिस ने कहा, कि अन्धकार में से ज्योति चमके; और वही हमारे हृदयों में चमका, कि परमेश्वर की महिमा की पहिचान की ज्योति यीशु मसीह के चेहरे से प्रकाशमान हो॥ (2 कुरिन्थियों 4:6) फिर दिन को सूर्य तेरा उजियाला न होगा, न चान्दनी के लिये चन्द्रमा परन्तु यहोवा तेरे लिये सदा का उजियाला और तेरा परमेश्वर तेरी शोभा ठहरेगा।
(यशायाह 60:19) ,जैसे ही यीशु उसके घर आया , जक्कई के जीवन में का अधंकार हट गया और वह एक नया मनुष्य बन गया।

बाइबल लुका 18:14 में  लिखा है " जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा , वह छोटा किया जाएगा ,और जो अपने आप को छोटा बनाएगा , वह बड़ा किया जाएगा।" जैसे आपने जक्कई के बारे में जाना उसने कैसे अपने आप को छोटा किया और जैसे ही उसने अपने आप को निचा किया उसका जीवन पुरी तरह से परिवर्तन हो गया और वह एक नया जीवन का अनुभव करने लगा। उसी तरह जब हम परमेश्वर को अपने जीवन में आने देते हैं तो हम एक नया जीवन को अनुभव करने लग जाते है।

पतरस नाम का एक मछुआरा था जो हमेशा अपने भाईयों के साथ झील में मछली पकड़ने के लिए जाया करता था। हमेशा कि तरह एक दिन उन्होंने पुरी रात जाल डाली पर कुछ भी उनके हांथ न आया। अगली सुबह जब वे झील के किनारे नाव से उतर कर जाल धो रहें थे। तब यीशु उनके पास आया और उनसें कहा नाव को 'गहरे में मे ले चलो, और मछलियां पकड़ने के लिए अपने जाल डालो ।' पतरस जो बाद मे यीशु का अनुयायी बना उसने उसको उत्तर दिया , " हे स्वामी, हम ने सारी रात मेहनत की और कुछ न पकड़ा , तोभी तेरे कहने से जाल डालूँगा।" जब उन्होंने ऐसा किया , तो बहुत मछलियां घेर लाए, और जाल जो थी फटने लगी।
इस तरह यीशु के उनके जीवन में आने से उनका जीवन बदल गया। और पतरस जो मछुआरा था यीशु का अनुयायी हुआ।

और अधिक जानने के लिए निचे दिए गये बाइबल कि इन आयतों को पढ़े

लूका 5

1 जब भीड़ उस पर गिरी पड़ती थी, और परमेश्वर का वचन सुनती थी, और वह गन्नेसरत की झील के किनारे पर खड़ा था, तो ऐसा हुआ। 2 कि उस ने झील के किनारे दो नावें लगी हुई देखीं, और मछुवे उन पर से उतरकर जाल धो रहे थे। 3 उन नावों में से एक पर जो शमौन की थी, चढ़कर, उस ने उस से बिनती की, कि किनारे से थोड़ा हटा ले चले, तब वह बैठकर लोगों को नाव पर से उपदेश देने लगा। 4 जब वे बातें कर चुका, तो शमौन से कहा, गहिरे में ले चल, और मछिलयां पकड़ने के लिये अपने जाल डालो। 5 शमौन ने उसको उत्तर दिया, कि हे स्वामी, हम ने सारी रात मिहनत की और कुछ न पकड़ा; तौभी तेरे कहने से जाल डालूंगा। 6 जब उन्होंने ऐसा किया, तो बहुत मछिलयां घेर लाए, और उन के जाल फटने लगे। 7 इस पर उन्होंने अपने साथियों को जो दूसरी नाव पर थे, संकेत किया, कि आकर हमारी सहायता करो: और उन्होंने आकर, दोनो नाव यहां तक भर लीं कि वे डूबने लगीं। 8 यह देखकर शमौन पतरस यीशु के पांवों पर गिरा, और कहा; हे प्रभु, मेरे पास से जा, क्योंकि मैं पापी मनुष्य हूं। 9 क्योंकि इतनी मछिलयों के पकड़े जाने से उसे और उसके साथियों को बहुत अचम्भा हुआ। 10 और वैसे ही जब्दी के पुत्र याकूब और यूहन्ना को भी, जो शमौन के सहभागी थे, अचम्भा हुआ: तब यीशु ने शमौन से कहा, मत डर: अब से तू मनुष्यों को जीवता पकड़ा करेगा। 11 और व नावों को किनारे पर ले आए और सब कुछ छोड़कर उसके पीछे हो लिए॥


परमेश्वर आपको आशीष दे।

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