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रिश्तों के बारे में बाइबल की आयतें।

 रिश्तों के बारे में बाइबल की आयतें

रिश्तों के बारे में बाइबल की आयतें

ईश्वर के साथ आपका रिश्ता आपके जीवन के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन आपका डेटिंग जीवन, आपके विवाह स्वास्थ्य का और आपके पारिवारिक रिश्ते भी प्रभु के साथ आपके व्यक्तिगत जीवन पर प्रतिबिंबित सैर करते हैं।

बाइबल के इन आयतों को पढे़ 

नीतिवचन 13:20
20 बुद्धिमानों की संगति कर, तब तू भी बुद्धिमान हो जाएगा, परन्तु मूर्खों का साथी नाश हो जाएगा।

यूहन्ना 15:13
13 इस से बड़ा प्रेम किसी का नहीं, कि कोई अपने मित्रों के लिये अपना प्राण दे।

कुलुस्सियों 3:23
23 और जो कुछ तुम करते हो, तन मन से करो, यह समझ कर कि मनुष्यों के लिये नहीं परन्तु प्रभु के लिये करते हो।

इब्रानियों 10:24-25
24 और प्रेम, और भले कामों में उक्साने के लिये एक दूसरे की चिन्ता किया करें। 25 और एक दूसरे के साथ इकट्ठा होना ने छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, पर एक दूसरे को समझाते रहें; और ज्यों ज्यों उस दिन को निकट आते देखो, त्यों त्यों और भी अधिक यह किया करो॥

1 पतरस 5:6-7
6 इसलिये परमेश्वर के बलवन्त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। 7 और अपनी सारी चिन्ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उस को तुम्हारा ध्यान है।

इफिसियों 4:2-3
2 अर्थात सारी दीनता और नम्रता सहित, और धीरज धरकर प्रेम से एक दूसरे की सह लो। 3 और मेल के बन्ध में आत्मा की एकता रखने का यत्न करो।

नीतिवचन 31:10 -11
10 भली पत्नी कौन पा सकता है? क्योंकि उसका मूल्य मूंगों से भी बहुत अधिक है। उस के पति के मन में उस के प्रति विश्वास है।11 और उसे लाभ की घटी नहीं होती।

निर्गमन 20:12
12 तू अपने पिता और अपनी माता का आदर करना, जिस से जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है उस में तू बहुत दिन तक रहने पाए॥

इफिसियों 6:1-3
1 हे बालकों, प्रभु में अपने माता पिता के आज्ञाकारी बनो, क्योंकि यह उचित है। 2 अपनी माता और पिता का आदर कर (यह पहिली आज्ञा है, जिस के साथ प्रतिज्ञा भी है)। 3 कि तेरा भला हो, और तू धरती पर बहुत दिन जीवित रहे।

2 कुरिन्थियों 5:17-18
17 सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं। 18 और सब बातें परमेश्वर की ओर से हैं, जिस ने मसीह के द्वारा अपने साथ हमारा मेल-मिलाप कर लिया, और मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी है।

1 पतरस 1:3-5
3 हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता का धन्यवाद दो, जिस ने यीशु मसीह के हुओं में से जी उठने के द्वारा, अपनी बड़ी दया से हमें जीवित आशा के लिये नया जन्म दिया। 4 अर्थात एक अविनाशी और निर्मल, और अजर मीरास के लिए।5 जो तुम्हारे लिये स्वर्ग में रखी है, जिन की रक्षा परमेश्वर की सामर्थ से, विश्वास के द्वारा उस उद्धार के लिये, जो आने वाले समय में प्रगट होने वाली है, की जाती है।

यूहन्ना 3:3
3 यीशु ने उस को उत्तर दिया; कि मैं तुझ से सच सच कहता हूं, यदि कोई नये सिरे से न जन्मे तो परमेश्वर का राज्य देख नहीं सकता।

2 कुरिन्थियों 6:14
14 अविश्वासियों के साथ असमान जूए में न जुतो, क्योंकि धामिर्कता और अधर्म का क्या मेल जोल? या ज्योति और अन्धकार की क्या संगति?

उत्पत्ति 2:18
18 फिर यहोवा परमेश्वर ने कहा, आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं; मैं उसके लिये एक ऐसा सहायक बनाऊंगा जो उससे मेल खाए।

यूहन्ना 3:16
16 क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उस ने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए।

नीतिवचन 18:24
24 मित्रों के बढ़ाने से तो नाश होता है, परन्तु ऐसा मित्र होता है, जो भाई से भी अधिक मिला रहता है।

उत्पत्ति 2:24
24 इस कारण पुरूष अपने माता पिता को छोड़कर अपनी पत्नी से मिला रहेगा और वे एक तन बने रहेंगे।

1 कुरिन्थियों 6:18
18 व्यभिचार से बचे रहो: जितने और पाप मनुष्य करता है, वे देह के बाहर हैं, परन्तु व्यभिचार करने वाला अपनी ही देह के विरूद्ध पाप करता है।

लैव्यवस्था 18:22
22 स्त्रीगमन की रीति पुरूषगमन न करना; वह तो घिनौना काम है।

नीतिवचन 17:17
17 मित्र सब समयों में प्रेम रखता है, और विपत्ति के दिन भाई बन जाता है।

1 कुरिन्थियों 7:5
5 तुम एक दूसरे से अलग न रहो; परन्तु केवल कुछ समय तक आपस की सम्मति से कि प्रार्थना के लिये अवकाश मिले, और फिर एक साथ रहो, ऐसा न हो, कि तुम्हारे असंयम के कारण शैतान तुम्हें परखे।


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