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यीशु हर तरीके से सामर्थी है | Jesus is Powerful in Every Way

यीशु हर तरीके से सामर्थी है। अपनी बड़ी से बड़ी जरूरत में परमेश्वर पर भरोसा रखें।

यीशु हर तरीके से सामर्थी है | Jesus is Powerful in Every Way

क्या आपने कभी किसी को कोई उपहार दिया है? क्या कभी आपने ऐसा उपहार दिया है जो आपके लिए देना मुश्किल था


देना, बहुत अच्छी बात है। मैं एक किसा सुनाता हूं एक यात्रा के दौरान सैम कहते हैं मेरी मुलाकात पश्चिमी अफ्रिका के जवान लड़के से हुई, जिसका पिता बहुत बीमार था। उसकी मां कोयला बेच-बेच कर थोड़ा सा धन कमा कर अपने परिवार का गुजारा किया करती थी। एक दिन उसे किसी ने फुटबॉल दी, जिसके लिए वह सपना देखा करता था। लेकिन जब इसे पता चला कि उसके स्कूल के पास फुटबॉल नहीं है, तो उसने अपनी फुटबॉल स्कूल को दे दी ताकि स्कूल के सभी बच्चे उसके उपहार का आनन्द उठा सके। वह उपहार प्राप्त करने के बाद स्वयं उपहार देने वाला बनना चाहता था।


आईये हम ऐसी तीन कहानियों को पढ़ें जिसमें लोगों ने यीशु पर भरोसा किया। उनके जीवन में अद्भुत काम हुए।


इन कहानियों को हम मरकुस 1:16-20, यूहन्ना 6-1-13,और मरकुस 12:41-44 में पाते हैं।


यीशु हर तरीके से सामर्थी है | Jesus is Powerful in Every Way

गलील की झील के किनारे जाते हुए शमौन और उसके भाई अन्द्रियास को झील में जाल डालते देखा, क्योंकि वे मछुवे थे। यीशु ने उनसे कहा, “मेरे पीछे आओं मैं तुम को मनुष्यों का मछुवारा बनाऊँगा" वे तुरन्त जालों को छोड़कर उसके पीछे हो लिये


कुछ आगे बढ़कर, उसने जब्दी के पुत्र याकूब, और उसके भाई यूहन्ना को, नाव पर जालों को सुधारते देखा। उसने तुरन्त उसे बुलाया, और वे अपने पिता जब्दी को मज़दूरों के साथ नाव पर छोड़कर, उसके पीछे हो लिए। मरकुस 1:16-20


मेरे पीछे हो लो

चेलों ने यीशु के पीछे होने का निर्णय लिया। उन्होंने अपना जीवन उसे दे दिया और लोगों को उसके बारे में बताया।


इन बातों के पश्चात यीशु गलील को गये। तब यीशु पहाड़ पर चढ़ कर अपने चेलों के साथ वहाँ बैठ गये। और यहूदियों का फसह पर्व निकट था


यीशु हर तरीके से सामर्थी है | Jesus is Powerful in Every Way


यीशु ने अपनी आँखें उठाकर एक बड़ी भीड़ को अपने पास आते देखा। तो फिलिप्पुस से कहा, "हम इनके भेजन के लिए कहाँ से रोटी मोल लाएँ? क्योंकि यीशु आप जानते थे कि वह क्या करेंगे।


फिलिप्पुस ने उत्तर दिया, 'दो सौ दीनार की रोटी भी उनके लिए पूरी न होगी कि उनमें से हर एक को थोड़ी थोड़ी मिल जाए।" यूहन्ना 6:13, 3-7


परमेश्वर योग्य है!

यदि हम यीशु को अपना जीवन व अपने वरदानों या उपहारों को देते हैं तो वह इनके द्वारा महान काम कर सकता है।


उसके चेलों में से शमौन पतरस के भाई अन्द्रियास ने उससे कहा, "यहाँ एक बालक है जिसके पास पाँच रोटी और दो मछली है परन्तु इतने लोगों लिए यह क्या है?"


यीशु ने कहा, "लोगों को बैठाओं। उस जगह बहुत घास थी, तब लोग जिनकी संख्या लगभग 5000 थी, बैठ गए। तब यीशु ने रोटियाँ ली और धन्यवाद करके बाँटने वालों को बाँट दी और वैसे ही मछलियों में से जितनी वह चाहते थे बाँट दी।


और उनमें से हर एक जन जब खाकर तृप्त हुआ तो यीशु ने अपने चेलों से कहा, " बचे हुए टुकड़े बटोर लो के कुछ फेंका न जाए अतः उन्होंने बटोरा, और जो जौं की पाँच रोटियों के टुकड़ों से जो खाने वालों से बच रहे थे, बारह टोकरियाँ भरी. यूहन्ना 6:8-13


यीशु हर तरीके से सामर्थी है | Jesus is Powerful in Every Way


वह मन्दिर के भण्डार के सामने बैठकर देख रहा था कि लोग किस प्रकार मन्दिर के भण्डार में पैसे डालते हैं। और बहुत से धनवानों ने बहुत कुछ डाला। उतने में एक कंगाल विधवा ने आकर दो दमड़ियाँ जो एक अधेले के बराबर होती है. डाली। तब उसने अपने चेलों को पास बुलाकर उन से कहा, "कि मैं तुम से सच सच कहता हूँ कि मन्दिर के भण्डार में डालने वालों में से इस कंगाल विधवा ने सबसे बढ़कर डाला है, क्योंकि सब ने अपनी बढ़ती में से डाला है परन्तु इसने अपनी घटती में से और जो कुद उसका था, अर्थात अपनी सारी जीविका डाल दी है। मरकुस 12:41-44


विधवा की भेंट

विधवा की भेंट ने उसके हृदय को प्रगट किया। हालांकि उसके पास ज्यादा कुछ नहीं था, लेकिन परमेश्वर के सम्मान व आदर में जो कुछ उसे करना था उसने किया। परमेश्वर हमसे भी इसी प्रकार के जीवन व्यतीत करने की अपेक्षा करते हैं।


आपने सीखा कि परमेश्वर को देना कितना पसन्द है। उसने हमें इतना सुन्दर संसार दिया है। उसने हमें अवसर प्रदान किया है कि हम हमेशा के लिए यीशु के दोस्त बन सकें। उसने हमें बाइबल प्रदान की, वह हमें यीशु के बारे में बताती


और सिखाती है कि उस पर किस तरह विश्वास किया जाए व उसका अनुसरण किया जाए। आप परमेश्वर को जो सबसे उत्तम उपहार दे सकते हैं वह आप खुद हैं-अर्थात उसके हो लेने के लिए आपका हृदय और आपका जीवन ।


याद करने वाले वचन

यह वचन हमें याद दिलाता है कि परमेश्वर हमारी ज़रूरतों को पूरा करने में विश्वासयोग्य और सामर्थी है। हम उस पर भरोसा करते हुए विश्वास कर सकते हैं। परमेश्वर हर्ष से देने वाले से प्रेम रखता है। परमेश्वर सब प्रकार का अनुग्रह तुम्हें बहुतायत से दे सकता है जिस से हर बात में और हर समय, सब कुछ, जो तुम्हे आवश्यक हो, तुम्हारे पास रहे; और हर एक भले काम के लिए तुम्हारे पास बहुत कुछ हो ।

2 कुरिन्थियों 9:7-8


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