📖 बाइबल में बच्चों की परवरिश कैसे करें – ईसाई माता-पिता के लिए गाइड
"अपने बच्चे को उसी मार्ग पर चला, जिस पर उसे चलना चाहिए; वह बुढ़ापे में भी उससे नहीं हटेगा।"— नीति वचन 22:6बच्चों की परवरिश केवल एक ज़िम्मेदारी नहीं, बल्कि एक आत्मिक बुलाहट है। बाइबल हमें सिखाती है कि बच्चों को कैसे परमेश्वर के भय और प्रेम में बड़ा करें ताकि वे जीवन भर उसकी आज्ञाओं पर चलें। इस लेख में हम जानेंगे कि बाइबल हमें बच्चों की परवरिश के विषय में क्या सिखाती है और ईसाई माता-पिता कैसे इसका पालन कर सकते हैं।
👪 1. बच्चे परमेश्वर का उपहार हैं
"देखो, संतानें यहोवा की दी हुई हैं; गर्भ का फल उसका प्रतिफल है।"— भजन संहिता 127:3हर बच्चा एक अनमोल आशीर्वाद है। जब हम यह समझते हैं कि हमारे बच्चे परमेश्वर के हैं, तो हम उनकी परवरिश एक पवित्र ज़िम्मेदारी के रूप में करते हैं।
📚 2. बाइबल शिक्षा दें – शुरुआत घर से होती है
"तू इन बातों को अपने पुत्रों को सिखाना, और जब तू घर में बैठा हो..."— व्यवस्थाविवरण 6:6-7-
रोज़ाना फैमिली बाइबल पढ़ाई करें
-
बाइबल की कहानियों के माध्यम से सिखाएँ
-
बच्चों को Sunday School या Bible Club से जोड़ें
🙏 3. प्रार्थना और आत्मिक अनुशासन
"प्रार्थना में लगे रहो, और धन्यवाद के साथ उसमें जागरूक रहो।"— कुलुस्सियों 4:2-
भोजन से पहले और बाद में प्रार्थना करें
-
रात को सोने से पहले परमेश्वर का धन्यवाद करें
-
अपनी परेशानियाँ परमेश्वर को बताएं
💡 4. अनुशासन: प्रेम और मार्गदर्शन के साथ
"जिसको यहोवा प्रेम करता है, उसे ताड़ना भी देता है..."— इब्रानियों 12:6
❤️ 5. उदाहरण बनें – बच्चे वही करते हैं जो वे देखते हैं
"तू विश्वास में, प्रेम में, और पवित्रता में एक आदर्श बन।"— 1 तीमुथियुस 4:12
बच्चे जो देखते हैं, वही सीखते
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें