हर इंसान जीवन में किसी न किसी पहचान से जुड़ा होता है – जाति, धर्म, परिवार, समाज, पेशा आदि। लेकिन जब कोई व्यक्ति यीशु मसीह को अपना उद्धारकर्ता स्वीकार करता है, तो वह केवल धार्मिक बदलाव नहीं होता, बल्कि एक नई पहचान की शुरुआत होती है। मसीह में मिलने वाली यह पहचान स्थायी, आत्मिक, और अनमोल होती है।
इस लेख में हम जानेंगे कि मसीह में नई पहचान क्या होती है, बाइबल इसके बारे में क्या कहती है, और यह हमारे जीवन को कैसे बदल देती है।
1. मसीह में नई पहचान का अर्थ क्या है?
इस वचन के अनुसार, जब कोई व्यक्ति मसीह को ग्रहण करता है, तो वह “नई सृष्टि” बन जाता है। इसका मतलब है कि हमारे पापों को क्षमा किया गया है, और अब हम पवित्र आत्मा के द्वारा एक नए जीवन की शुरुआत करते हैं।
नई पहचान का अर्थ है:
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पाप से मुक्ति
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परमेश्वर के परिवार का हिस्सा बनना
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आत्मा में नया जन्म
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एक उद्देश्यपूर्ण जीवन की शुरुआत
2. मसीह में हम कौन हैं?
बाइबल हमें कई ऐसे सत्य बताती है जो मसीह में हमारी नई पहचान को दर्शाते हैं:
1. हम परमेश्वर की सन्तान हैं
अब हम केवल सृष्टि का हिस्सा नहीं, बल्कि परमेश्वर के बेटे-बेटी हैं।
2. हम स्वतंत्र हैं
हम अब पाप, डर, और शर्म से आज़ाद हैं।
3. हम मसीह में विजयी हैं
हम जीवन की कठिनाइयों से हारने के लिए नहीं, बल्कि विश्वास में आगे बढ़ने के लिए बुलाए गए हैं।
4. हम चुने हुए और प्रिय हैं
हम कोई संयोग नहीं, बल्कि परमेश्वर की योजना का हिस्सा हैं।
3. मसीह में पहचान कैसे पाई जाती है?
1. विश्वास द्वारा उद्धार
मसीह में पहचान पाने का पहला कदम है, यीशु पर विश्वास करना और उसे अपने जीवन का प्रभु और उद्धारकर्ता स्वीकार करना।
2. बपतिस्मा लेना
बपतिस्मा एक बाहरी प्रतीक है जो दर्शाता है कि हमने अंदर से नया जीवन पाया है।
3. बाइबल पढ़ना और प्रार्थना करना
बाइबल और प्रार्थना के माध्यम से हम अपनी नई पहचान को समझते और उसमें बढ़ते हैं।
4. कलीसिया में संगति
विश्वासियों के साथ संगति से हम और अधिक मजबूत होते हैं और अपनी पहचान को याद रखते हैं।
4. मसीह में पहचान का प्रभाव
जब हम मसीह में अपनी पहचान को स्वीकार करते हैं, तो जीवन के हर क्षेत्र में परिवर्तन आता है:
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आत्मिक परिवर्तन: आत्मा का फल (गला. 5:22-23) हमारे जीवन में प्रकट होता है।
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आशा और शांति: अब हम जानते हैं कि हमारा भविष्य परमेश्वर के हाथ में सुरक्षित है।
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सच्चा उद्देश्य: अब हम केवल खुद के लिए नहीं, बल्कि परमेश्वर की महिमा के लिए जीते हैं।
5. मसीह में पहचान को याद रखने के लिए कुछ सुझाव
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हर दिन बाइबल वचन पढ़ें जो आपकी पहचान को बताते हैं।जैसे: रोमियों 8, इफिसियों 1, 1 पतरस 2:9 आदि।
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नकारात्मक सोच को परमेश्वर के वचनों से बदलें।
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विश्वासियों की संगति बनाए रखें।
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प्रार्थना में दृढ़ रहें।
निष्कर्ष: मसीह में नई शुरुआत
मसीह में पहचान केवल एक धार्मिक टैग नहीं, बल्कि नई सृष्टि, नया जीवन और नया उद्देश्य है। जब हम यह पहचान पूरी तरह से स्वीकार करते हैं, तो न केवल हमारा दृष्टिकोण बदलता है, बल्कि हम एक शक्तिशाली गवाही बन जाते हैं।
आज यदि आप स्वयं को खोया या मूल्यहीन महसूस कर रहे हैं, तो यीशु मसीह के पास आइए। वह आपको एक नई पहचान देगा – एक ऐसी पहचान जिसे कोई छीन नहीं सकता।
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