यीशु मसीह का दूसरा आगमन कब होगा | When Will Jesus Christ Return ? - Click Bible

Choose Language

यीशु मसीह का दूसरा आगमन कब होगा | When Will Jesus Christ Return ?

 

यीशु मसीह का दूसरा आगमन कब होगा | When Will Jesus Christ Return ?

1. भूमिका:

क्या आपने कभी आकाश की ओर देखते हुए यह सोचा है कि कहीं यीशु मसीह अभी आएँगे?
क्या जब आप दुनिया में बढ़ते अराजकता, युद्ध, प्राकृतिक आपदाएँ और नैतिक पतन को देखते हैं, तो मन में यह विचार नहीं आता — “क्या यीशु मसीह का दूसरा आगमन निकट है?”

बाइबल हमें एक महान सत्य बताती है:

“यीशु मसीह आए थे, वे मरे, जी उठे, और अब फिर से आने वाले हैं।” (प्रेरितों के काम 1:11)

यह लेख “यीशु मसीह का दूसरा आगमन कब होगा?” पर आधारित है, जिसमें हम बाइबल की शिक्षाओं, संकेतों, और आत्मिक तैयारी के बारे में गहराई से चर्चा करेंगे — ताकि हम सिर्फ जानें ही नहीं, बल्कि जागरूक और तैयार हो सकें।


2. दूसरा आगमन — बाइबल का वचन क्या कहता है?

यीशु मसीह का दूसरा आगमन एक ऐतिहासिक घटना नहीं, बल्कि आगामी वास्तविकता है। बाइबल में लगभग 318 बार यीशु के दूसरे आगमन का उल्लेख है।

यूहन्ना 14:2-3 में यीशु ने स्वयं कहा:

"मैं तुम्हारे लिये स्थान तैयार करने जाता हूँ… और फिर आकर तुम्हें अपने पास ले जाऊँगा।”

यह कोई कल्पना नहीं, कोई कल्पित कथा नहीं — यह परमेश्वर की प्रतिज्ञा है।


3. दूसरा आगमन कब होगा? क्या कोई दिन या घड़ी जान सकता है?

स्पष्ट उत्तर: नहीं।

मत्ती 24:36:

“उस दिन और उस घड़ी के विषय में कोई नहीं जानता — न स्वर्ग के स्वर्गदूत, न पुत्र, केवल पिता ही।”

लेकिन...

बाइबल संकेत देती है।
हमें “समय के चिन्हों” को देखने को कहा गया है — जिससे हम पहचान सकें कि यह समय पास है।


4. दूसरा आगमन से पहले कौन-कौन सी घटनाएँ घटेंगी?

(1) महान भटकाव (Great Apostasy)

लोग सत्य से मुँह मोड़ लेंगे। चर्च में भी धर्म के नाम पर भ्रष्टाचार होगा।

2 थिस्सलुनीकियों 2:3:

“जब तक विश्वास से गिरने का समय न आ जाए और अधर्म का मनुष्य प्रकट न हो... तब तक वह दिन न आएगा।”

(2) झूठे मसीह और चमत्कारी धोखा

आजकल भारत समेत पूरे विश्व में नकली चमत्कारी बाबा और गुरुओं की भरमार है, जो लोगों को बहका रहे हैं।

मत्ती 24:24:

“झूठे मसीह और झूठे भविष्यवक्ता उठ खड़े होंगे, और बड़े चिन्ह दिखाएँगे, कि यदि हो सके तो चुने हुओं को भी बहका दें।”

(3) युद्ध, महामारी और प्राकृतिक आपदाएँ

  • युद्ध की अफवाहें,

  • महामारी (जैसे COVID-19),

  • भूकंप और अकाल — ये सब संकेत हैं।

मत्ती 24:7:

“जाति पर जाति, राज्य पर राज्य चढ़ाई करेगा… भूकंप होंगे… अकाल पड़ेंगे…”

(4) इज़राइल और मध्य पूर्व में तनाव

बाइबल में इज़राइल को भविष्यवाणियों का केंद्र कहा गया है। जब-जब इज़राइल और उसके आसपास के देशों में युद्ध, शांति समझौते या धार्मिक गतिविधियाँ बढ़ती हैं, ये संकेत होते हैं।



5. दूसरा आगमन कैसे होगा?

(1) महिमा और शक्ति के साथ

यीशु पहली बार दीनता में आए थे — बैल के थान में जन्म लेकर।
दूसरी बार वे महिमा, तेज, और स्वर्गदूतों की सेना के साथ आएँगे।

मत्ती 24:30:

“मनुष्य के पुत्र को बड़ी महिमा और सामर्थ्य के साथ आकाश के बादलों पर आते देखेंगे।”

(2) सबकी आँखें देखेगी

यह कोई गुप्त घटना नहीं होगी। बाइबल कहती है:

प्रकाशितवाक्य 1:7:

“देखो, वह बादलों के साथ आने वाला है; और हर आँख उसे देखेगी…”

यह टीवी, इंटरनेट, मोबाइल — इन सबके माध्यम से भी संभव हो सकता है कि पूरी दुनिया उस पल को देखे।


6. दो भागों में विभाजित घटना:

(1) पहले — गुप्त रूप से अपने लोगों को ले जाना (रैप्चर / Uplifting)

1 थिस्सलुनीकियों 4:16-17 कहता है कि प्रभु आकाश में आएँगे, और उनके विश्वासियों को स्वर्ग में उठा लिया जाएगा।

यह अचानक होगा — जैसे कोई चोर रात में आता है।

(2) फिर — सार्वजनिक वापसी (Second Coming in Glory)

प्रभु अपने पवित्र जनों के साथ पृथ्वी पर आएँगे, युद्ध करेंगे (हरमगिद्दोन), और हज़ार वर्षों का राज्य स्थापित करेंगे।


7. क्या हम अभी "अंत समय" में हैं?

बहुत से विद्वान मानते हैं कि हम "अंत समय के अंतिम चरण" में हैं।

  • तकनीक का तेजी से बढ़ना,

  • मनुष्यता का पतन,

  • इज़राइल की राजनीति,

  • वैश्विक एकता की कोशिश,

  • डिजिटल करेंसी,

  • चर्च में ठंडापन — यह सब इशारे हैं कि “दरवाज़े पर खड़ा है”।


8. भारत में दूसरा आगमन क्यों महत्वपूर्ण है?

भारत आध्यात्मिक देश है, लेकिन सत्य के बिना आत्मिक खोज अधूरी है।
यीशु मसीह का दूसरा आगमन उन सभी आत्माओं के लिए जवाब है जो मोक्ष, शांति और न्याय की तलाश में हैं।

"उसका राज्य धर्म और शांति का राज्य होगा।" (यशायाह 9:6)


9. क्या हम तैयार हैं?

यीशु मसीह का आगमन किसी विशेष वर्ग, जाति या देश के लिए नहीं — हर उस व्यक्ति के लिए है जो उस पर विश्वास करता है।

आत्मा में तीन प्रश्न पूछें:

  • क्या मैं प्रभु को जानता हूँ?

  • क्या मैंने अपने पापों के लिए क्षमा माँगी है?

  • क्या मैं उसके आगमन के लिए जाग रहा हूँ?

मत्ती 24:44:

“तुम भी तैयार रहो, क्योंकि जिस घड़ी को तुम न समझो, मनुष्य का पुत्र आ जाएगा।”


10. कैसे करें तैयारी?

(1) पश्चाताप करें और यीशु को ग्रहण करें

यीशु मसीह ने कहा: “मन फिराओ और सुसमाचार में विश्वास करो।” (मरकुस 1:15)

(2) आत्मिक जीवन को सुदृढ़ करें

प्रार्थना, वचन-पाठ, और आत्मिक संगति — ये आपकी आत्मा को मजबूत करेंगे।

(3) दूसरों को चेताएँ

यह समय है कि अपने परिवार, मित्रों, और समाज को बताएं — “यीशु मसीह लौटने वाले हैं।”


11. निष्कर्ष:

यीशु मसीह का दूसरा आगमन केवल एक घटना नहीं — यह परमेश्वर के प्रेम और न्याय का शिखर बिंदु है।
यह उद्धार पाने वालों के लिए एक सुखद क्षण होगा, लेकिन अविश्वासियों के लिए भयावह।

“देखो, मैं शीघ्र आने वाला हूँ; और प्रत्येक को उसके काम के अनुसार प्रतिफल दूँगा।”
(प्रकाशितवाक्य 22:12)


12. अंतिम आह्वान (Call to Decision):

यदि आज आप अपने जीवन में यीशु को नहीं जानते, तो अभी का समय है।

प्रार्थना करें:

"हे प्रभु यीशु, मैं जानता हूँ कि आप फिर से आने वाले हैं। मैं एक पापी हूँ, मुझे क्षमा करें। मेरे जीवन में आएँ और मुझे तैयार करें। मैं आपका अनुसरण करना चाहता हूँ। आमीन।"

 

13. साझा करें, प्रचार करें, और प्रार्थना करें।

इस संदेश को दूसरों के साथ शेयर करें।

क्योंकि प्रभु शीघ्र आने वाला है — और वह चाहता है कि कोई भी नाश न हो, पर हर कोई पश्चाताप करे।


यीशु आ रहे हैं। क्या आप तैयार हैं? ⛅🙏

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें