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शैतान के ऊपर विजय कैसे प्राप्त करें - Ephesians 6:10-18

शैतान के ऊपर विजय कैसे प्राप्त करें ?

शैतान के ऊपर विजय कैसे प्राप्त करें  - Ephesians 6:10-18

यीशु ने कहा देखो तुम्हें इस संसार में कष्ट है लेकिन मैंने संसार के ऊपर विजय पायी है। जब प्रभु यीशु का विरोध हुआ, निन्दा की गई. अपमान, कष्ट और मृत्यु यह सब प्रभु के ऊपर डाल दिया गया, लेकिन यीशु ने मृत्यु के ऊपर जय पायी यीशु आज भी हमारे लिए जीवित है वो ही प्रभु हमें बताते हैं मैंने संसार को जीत लिया। प्रभु हमें उम्मीद और आशा भी देता है, और जो पूरी तरह से विश्वास करते हैं उनको शैतान के ऊपर प्रभु विजय दिलाता है।


शैतान का सामना करो भागेगा ,यीशु के नाम से बोलो भागेगा यीशु की स्तुति करो भागेगा, वचन को थामे रहो भागेगा प्रार्थना में लगे रहो भागेगा.


क्योंकि वो तो पहले से हारा हुआ है। शैतान और उसकी शक्ति से लड़ने के लिए प्रभु ने हमें कुछ हथियार दिए हैं। निदान प्रभु में और उसकी शक्ति के प्रभाव में बलवन्त बनो। परमेश्वर के सारे हथियार बान्ध लो, कि तुम शैतान की युक्तियों के सामने खड़े रह सको। परमेश्वर के दिए हुए हथियार कौन-कौन से हैं? इनके बारे में मनन करेंगे।


सच्चाई 

हमारे जीवन में हर बात में सत्य होना बहुत जरूरी है। झूठ बोलने की आदत, झूठा स्वभाव, झूठा काम यह सब हम को छोड़ना है और सत्य से अपनी कमर को कसना है।


धार्मिकता

हमारे लेन-देन में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। किसी प्रकार - की वस्तु, पैसा, दो नम्बर का पैसा, हेरा-फेरी किसी दूसरे की वस्तु पर कब्जा करना, धोखा घड़ी, झूठे साक्षी ये बातें हमारे जीवन में नहीं होनी चाहिए।


सुसमाचार की खुशखबरी देना

प्रभु यीशु मसीह के बारे में और प्रभु द्वारा की गई अद्भुत बातों के बारे में और अपने जीवन में मिले हुए छुटकारे और चंगाई के बारे में दूसरों को बताना है। दीन दुखी लोगों के बीच में यीशु मसीह के प्रेम और चंगाई के बारे में बताना।


विश्वास

विश्वास बिना प्रभु को प्रसन्न करना अनहोना है, क्योंकि परमेश्वर के पास आने वाले को विश्वास करना चाहिए कि वह है और वह अपने खोजनेवालों को प्रतिफल देता है। मेरा प्रभु मेरे साथ है, मुझे कोई हानि न होगी। इस बात पर पूरे हृदय से विश्वास करना है। विश्वास का मतलब है कि अब विश्वास आशा की हुई वस्तुओं का निश्चय, और अनदेखी वस्तुओं का प्रमाण है।


उद्धार का टोप 

हम हैलमेट किसलिए पहनते हैं, खुद के बचाव के लिए। हमें अपने आत्मिक जीवन और अपने आप को बचाना जरूरी है। आँख, जीभ, कान, और शरीर के हर एक अंग को पाप से बचा कर रखना है। दुष्टों की युक्ति पर नहीं चलना, और न पापियों के मार्ग में खड़ा होना, और न उट्ठा करनेवालों की मण्डली में बैठना। हमें किस व्यक्ति से दोस्ती करनी है, किसके घर पर जाना है. कौन सी पिक्चर देखनी है। सारी बातों को हमें खुद ही जाँचना है ताकि हम दुर्घटना से बच सकें।


परमेश्वर का वचन

बाइबल पढ़ना, याद करना, ध्यान रखना हमारे लिए जरूरी है। अगर आप ऐसे करते हो तो यह आपके पास एक बड़ी तलवार के समान है। इसलिए बाइबल के अध्याय में सुबह-शाम ध्यान करें।


प्रार्थना 

प्रार्थना परमेश्वर से विनती करना है। प्रार्थना से आत्मिक जीवन और विश्वास बढ़ता है। ज्यादा समय प्रार्थना के लिए कोशिश करें। हम सिर्फ अपने ही। लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए भी प्रार्थना करें। हमारा शत्रु हमें तंग करता है इसलिए सब लोगों के लिए हम प्रार्थना करें। हमारी सारी जरूरतों के लिए प्रार्थना करें। यीशु ने कहा मांगों तो तुम्हें दिया जायेगा, ढूंढों तो तुम पाओगे और खटखटाओ तो तुम्हारे लिए खोला जायेगा। एक विषय के लिए एक बार प्रार्थना करके समाप्त न करें बल्कि बार-बार प्रार्थना करें, जब तक नहीं मिलता है तब तक विश्वास के साथ प्रार्थना करें।


प्रार्थना करने वालों से शैतान डरता है। इसलिए प्रार्थना में दृढ़ होते जाये। अगर इन बातों को हम ध्यान में रखते हैं तो शैतान की शक्तियों पर विजय पाते हैं।


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#Ephesians 6:10 #Ephesians 6:10-18 

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