बाइबल में परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं का पालन
बाइबल में ऐसे कई उदाहरण हैं जो यह दिखाते हैं कि परमेश्वर किसी भी समस्या को हल करने में सक्षम है, चाहे वह कितनी भी बड़ी क्यों न हो। यहां कुछ प्रमुख घटनाएं हैं जहां परमेश्वर ने अपनी शक्ति और करुणा के माध्यम से कठिनाइयों को दूर किया।
1. लाल समुद्र से इस्राएलियों का पार होना (निर्गमन 14:13-31) - छुटकारा
जब इस्राएली लोग मिस्र की गुलामी से भाग रहे थे, वे लाल समुद्र के सामने आकर रुक गए। उनके पीछा कर रही मिस्र की सेना और सामने विशाल समुद्र था। उस समय परमेश्वर ने मूसा के माध्यम से समुद्र को दो हिस्सों में विभाजित किया और इस्राएलियों को सुरक्षित पार कराया। यह घटना हमें सिखाती है कि जब हम कठिनाइयों में होते हैं, तब परमेश्वर हमें रास्ता दिखा सकता है और हमें छुटकारा दिला सकता है।
2. कड़वे पानी की समस्या को हल करना (निर्गमन 15:23-26) - परिवर्तन
मराह में, इस्राएलियों को केवल कड़वा पानी मिला जो पीने योग्य नहीं था। परमेश्वर ने मूसा को एक लकड़ी दिखाया, जिसे पानी में डालते ही पानी मीठा हो गया। यह घटना यह बताती है कि परमेश्वर किसी भी बुरी स्थिति को अच्छे में बदल सकता है।
3. पतरस का छुटकारा (प्रेरितों के काम 12)
पतरस को राजा हेरोद ने जेल में बंद कर दिया था, लेकिन परमेश्वर ने एक स्वर्गदूत भेजा जिसने उसे जेल से बाहर निकाल दिया। यह हमें यह विश्वास दिलाता है कि जब हम परमेश्वर पर भरोसा करते हैं, तब वह हमें हर बंधन से मुक्त कर सकता है।
4. पानी को दाखरस बनाना (यूहन्ना 2:1-11) - पूर्ति
काना के विवाह में, जब दाखरस खत्म हो गया, तब यीशु ने पानी को दाखरस में बदल दिया। यह चमत्कार दिखाता है कि परमेश्वर हमारी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है और हमें अपमान और लज्जा से बचा सकता है।
5. आंधी और पानी को थामना (मरकुस 4:35-41) - सुरक्षा
जब यीशु और उसके शिष्य नाव में थे, तब एक बड़ी आंधी आई। शिष्य डर गए, लेकिन यीशु ने आंधी और पानी को शांत कर दिया। यह घटना हमें सिखाती है कि परमेश्वर हमारी सुरक्षा के लिए हमेशा हमारे साथ है और वह हर तूफान को शांत कर सकता है।
6. अंधों को अच्छा करना (यूहन्ना 9) - दृष्टि और चंगाई
यीशु ने एक जन्म से अंधे व्यक्ति की आँखों को ठीक किया और उसे दृष्टि दी। यह घटना यह दर्शाती है कि परमेश्वर हमारी बीमारियों को चंगा कर सकता है और हमें नया जीवन दे सकता है।
7. लाजर को जीवित करना (यूहन्ना 11:38-46) - जीवन
लाजर को मरने के चार दिन बाद यीशु ने जीवित किया। यह चमत्कार यह बताता है कि परमेश्वर जीवन और मृत्यु दोनों पर अधिकार रखता है और वह हमें नया जीवन दे सकता है।
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निष्कर्ष
इन बाइबल की कहानियों से यह स्पष्ट होता है कि कोई भी समस्या इतनी बड़ी नहीं है जिसे परमेश्वर हल न कर सके। चाहे वह प्राकृतिक आपदा हो, शारीरिक बीमारी हो, या व्यक्तिगत कठिनाई हो, परमेश्वर की शक्ति और करुणा हमें हर परिस्थिति में मदद और आशा प्रदान कर सकती है। हमें विश्वास और धैर्य के साथ उसकी ओर देखना चाहिए, यह जानते हुए कि वह हमारी हर समस्या का समाधान कर सकता है।
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